✨ “New Fun Junction – कहानियों, शायरी और जज़्बातों का नया ठिकाना।”
यहाँ आपको मिलेंगी दिल छू लेने वाली कहानियाँ, दिल से लिखी हुई शायरी और वो अल्फ़ाज़ जो ज़िंदगी को नया रंग दे जाएँ।
🌿 अल्लामा इक़बाल के चुनिंदा शेर
1.
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है।
2.
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं,
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं।
3.
मिटा दे अपनी हस्ती को अगर कुछ मर्तबा चाहे,
कि दाना ख़ाक में मिलकर गुल-ओ-गुलज़ार होता है।
4.
तू शाहीं है, परवाज़ है काम तेरा,
तेरे सामने आसमान और भी हैं।
5.
नहीं है नाउमीदी इक़बाल अपनी किस्मत से,
सितारे अब भी बाकी हैं, जगमगाने के लिए।
6.
ख़ुदी रहमानी हो जाए तो बन जाती है तौहीद,
ख़ुदी शैतानी हो जाए तो बन जाती है ताग़ूत।
7.
अगर फ़िरदौस कहीं है ज़मीं पर, तो यही है,
यही है, यही है, यही है।
8.
जुनून को इश्क़ सिखाता है अदब-ए-आशिक़ाना,
ख़ुदी को इश्क़ सिखाता है सलीक़ा-ए-ख़ुदाई।
9.
हर इक मकाम से आगे मकाम है तेरा,
हयात ज़ौक़-ए-सफ़र के सिवा कुछ और नहीं।
10.
समझते हैं ग़रीबों को जो दुनिया में हीना,
उठा कर देख लो, उनमें ही है रूह-ए-क़ौम छुपी।
11.
तू शाहीं है, तेरा काम है परवाज़ करना,
तुझे वसीले की ज़रूरत नहीं।
12.
ख़ुदी का सर्र-ए-निहाँ ला
इलाहा इल्लल्लाह,
ख़ुदी है तेग़, फ़क़त ला इलाहा इल्लल्लाह।
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